वाराणसी : इलेक्टिक रेल इंजन निर्माण की दिशा में डीरेका की सक्रियता और दक्षता को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने नए वित्तीय वर्ष में इसके लक्ष्य को विस्तार दे दिया है। इसके तहत कारखाने में अब वर्ष 2017-18 में 25 तो 2018- 19 में 75 इलेक्टिक रेल इंजन बनाए जाएंगे। बोर्ड ने आगे के सत्रों में क्षमता अनुसार क्रमश: लक्ष्य बढ़ाते रहने का भी संकेत दिया है। चालू सत्र में डीएलडब्ल्यू के लिए दो लोको निर्माण सीमा निर्धारित की गई थी।
इनमें छह हजार अश्व शक्ति का एक इंजन गाजियाबाद शेड फील्ड ट्रायल के लिए भेजा गया है। दूसरे इंजन को भी जल्द ही ट्रैक पर ले आने की तैयारी है। नए सत्र से लक्ष्य विस्तार को देखते हुए डीरेका प्रशासन इलेक्टिक इंजन उत्पादन के लिए निर्माण क्षमता विस्तार में जुट गया है। इस निमित्त आवश्यक संसाधन बढ़ाए जाएंगे ताकि समयबद्ध तरीके से रेलवे बोर्ड की अपेक्षाओं पर खरा उतरा जा सके। इसके अलावा डीरेका से कैंट स्टेशन तक ट्रैक विद्युतीकरण भी किया जाएगा ताकि इलेक्टिक इंजनों को मुख्य पटरियों पर आसानी से भेजा जा सके। कारखाने के भीतरी हिस्से में भी ट्रैक का विद्युतीकरण किया जाएगा।
रेलवे बोर्ड ने दी स्वीकृति, किया जाएगा उत्पादन क्षमता में विस्तार1
कैंट रेलवे स्टेशन से डीएलडब्ल्यू वर्कशाप तक होगा ट्रैक विद्युतीकरण